Home » class 6 Sanskrit » NCERT Solutions for Class VI Roochira Part 01 Sanskrit Chapter 15 -Maatulachandr !! (baalageetam)

NCERT Solutions for Class VI Roochira Part 01 Sanskrit Chapter 15 -Maatulachandr !! (baalageetam)

मातुलचन्द्र!! (बालगीतम्)

Exercise : Solution of Questions on page Number : 85



प्रश्न 1: बालगीतं साभिनयं सस्वरं गायत।

उत्तर 1: इसे विद्यार्थी स्वयं अभिनय करके गाएँ।


प्रश्न 2:

पद्यांशान्‌ योजयत-

मातुल! किरसि सितपरिधानम् …………
तारकखचितं श्रावय गीतिम्  …………
त्वरितमेहि मां चन्द्रिकावितानम् …………
अतिशयविस्तृत कथं न स्नेहम् …………
धवलं तव नीलाकाशः …………

उत्तर 2:                                 

 

मातुल! किरसि कथं न स्नेहम्
तारकखचितं चन्द्रिकावितानम्
त्वरितमेहि मां श्रावय गीतिम्
अतिशयविस्तृत नीलाकाशः
धवलं तव सितपरिधानम्

प्रश्न 3:

पद्यांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत-

(क) प्रिय मातुल! ……………….. प्रीतिम्।

(ख) कथं प्रयास्यसि ………………..।

(ग) ……………….. क्वचिदवकाशः।

(घ) ……………….. दास्यसि मातुलचन्द्र!।

(ङ) कथमायासि न ……………….. गेहम्।

उत्तर 3:

(क) प्रिय मातुल! वर्धय मे प्रीतिम्।

(ख) कथं प्रयास्यसि मातुलचंद्र

(ग) नैव दृश्यते क्वचिदवकाशः।

(घ) मह्यम् दास्यसि मातुलचन्द्र!

(ङ) कथमायासि न भो! मम गेहम्।


प्रश्न 4:

प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत-

(क) अस्मिन् पाठे कः मातुलः?

(ख) नीलाकाशः कीदृशः अस्ति?

(ग) मातुलचन्द्रः किं न किरति?

(घ) किं श्रावयितुं शिशुः चन्द्रं कथयति?

(ङ) चन्द्रस्य सितपरिधानं कथम् अस्ति?

उत्तर 4:

(क) अस्मिन् पाठे चन्द्रः मातुलः।

(ख) नीलाकाशः अतिश्यविस्तृतः अस्ति।

(ग) मातुलचन्द्रः स्नेहम् न किरति।

(घ) गीतिं श्रावयितुं शिशुः चन्द्रं कथयति।

(ङ) चन्द्रस्य सितपरिधानं तारकखचितं अस्ति।


Exercise : Solution of Questions on page Number : 86


प्रश्न 5: उदाहरणानुसारं निम्नलिखितपदानि सम्बोधने परिवर्तयत-

यथा- चन्द्रः – चन्द्र!
(क) शिष्यः- …………
(ख) गोपालः- …………
यथा- बालिका – बालिके!
(क) प्रियंवदा- …………
(ख) लता- …………
यथा- फलम् – फल!
(क) मित्रम्- …………
(ख) पुस्तकम् …………
यथा- रविः    – रवे!
(क) मुनि: …………
(ख) कविः …………
यथा- साधुः   – साधो!
(क) भानुः …………
(ख) पशुः …………
यथा- नदी   – नदि!
(क) देवी …………
(ख) मानिनी …………

उत्तर 5:

यथा- चन्द्रः चन्द्र!
(क) शिष्यः- शिष्य!
(ख) गोपालः- गोपाल!
यथा- बालिका – बालिके!
(क) प्रियंवदा- प्रियंवदे!
(ख) लता- लते!
यथा- फलम् – फल!
(क) मित्रम्- मित्र!
(ख) पुस्तकम् पुस्तक!
यथा- रविः रवे!
(क) मुनि: मुने!
(ख) कविः कवे!
यथा- साधुः साधो!
(क) भानुः भानो!
(ख) पशुः पशो!
यथा- नदी  नदि!
(क) देवी देवि!
(ख) मानिनी मानिनि!

Exercise : Solution of Questions on page Number : 87


प्रश्न 6:

मञ्जूषात: उपयुक्तानाम्‌ अव्ययपदानां प्रयोगेण रिक्तस्थानानि पूरयत-

कुतः   कदा    कुत्र   कथं   किम्

(क) जगन्नाथपुरी ………………. अस्ति?

(ख) त्वं ……………….. पुरीं गमिष्यसि?

(ग) गङ्गानदी ……………….. प्रवहति?

(घ) तव स्वास्थ्यं ……………….. अस्ति?

(ङ) वर्षाकाले मयूराः ……………….. कुर्वन्ति?

उत्तर 6:
(क) जगन्नाथपुरी कुत्र अस्ति?

(ख) त्वं कदा पुरीं गमिष्यसि?

(ग) गङ्गानदी कुतः प्रवहति?

(घ) तव स्वास्थ्यं कथम् अस्ति?

(ङ) वर्षाकाले मयूराः किम् कुर्वन्ति?


प्रश्न 7:

तत्समशब्दान् लिखत-
मामा     ……………………………..
मोर      ……………………………..
तारा     ……………………………..
कोयल   ……………………………..
कबूतर   ……………………………..

उत्तर 7:
मामा           मातुल
मोर             मयूरः
तारा            तारकम्
कोयल          कोकिलः
<h2>कबूतर</h2>          कपोतः