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NCERT Solutions for Class 8 Roochira Part 03 Sanskrit Chapter 01 – Subhaashitaani

सुभाषितानि

Exercise : Solution of Questions on page Number : 03

NCERT Solutions for Class 8 Roochira Part 03 Sanskrit Chapter 01 – Subhaashitaani


प्रश्न  2 :

श्लोकांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत-
(क) समुद्रमासाद्य ———————।
(ख) ——————— वच: मधुरसूक्तरसं सृजन्ति।
(ग) तद्भभागधेयं ——————— पशूनाम्‌।
(घ) विद्याफलं ——————— कृपणस्य सौख्यम्‌।
(घ) स्त्रियां ——————— सर्वं तद् ———————कुलम्‌।

उत्तर 2:

(क) समुद्रमासाद्य भवन्त्यपेया:।
(ख) श्रुत्वा वच: मधुरसूक्तरसं सृजन्ति।
(ग) तद्भागधेयं परमं पशूनाम्‌।
(घ) विद्याफलं व्यसनिनं कृपणस्य सौख्यम्‌।
(घ) स्त्रियां रोचमानायां सर्वं तद् रोचते कुलम्‌।


प्रश्न 3: 

प्रश्नानाम्‌ उत्तराणि एकपदेन लिखत-
(क) व्यसनिन: किं नश्यति?
(ख) कस्यां रोचमानायां सर्वं कुलं रोचते?
(ग) कस्य यश: नश्यति?
(घ) मधुमक्षिका किं जनयति?
(ङ) मधुरसूक्तरसं के सृजन्ति?

उत्तर 3:

(क) विद्याफलम्।
(ख) स्त्रियाम्।
(ग) लुब्धस्य।
(घ) माधुर्यं।
(ङ) मधुमक्षिका।


Exercise : Solution of Questions on page Number : 04


प्रश्न 4:

अधोलिखित-तद्भव-शब्दानां कृते पाठात्‌ चित्वा संस्कृतपदानि लिखत-

यथा-कंजूस  कृपण:
कड़वा …..
पूँछ …..
लोभी …..
मधुमक्खी …..
तिनका …..

उत्तर 4:

यथा-कंजूस कृपण:
कड़वा कटुकम्
पूँछ पुच्छ
लोभी लुब्ध
मधुमक्खी मधुमक्षिका
तिनका तृणम्

प्रश्न 5:

अधोलिखितेषु वाक्येषु कर्तृपदं क्रियापदं च चित्वा लिखत-

  वाक्यानि कर्ता    क्रिया
यथा   सन्त: मधुरसूक्तरसं सृजन्ति। सन्त: सन्त:
(क)  निर्गुणं प्राप्य भवन्ति दोषा:। …. ….
(ख)  गुणज्ञेषु गुणा: भवन्ति। …. ….
(ग)   मधुमक्षिका माधुर्यं जनयेत्‌। …. ….
(घ)   पिशुनस्य मैत्री यश: नाशयति। …. ….
(ङ)   नद्य: समुद्रमासाद्य अपेया: भवन्ति। …. ….

उत्तर 5:

  वाक्यानि कर्ता    क्रिया
यथा   सन्त: मधुरसूक्तरसं सृजन्ति। सन्त: सन्त:
(क)  निर्गुणं प्राप्य भवन्ति दोषा:। दोषा: भवन्ति
(ख)  गुणज्ञेषु गुणा: भवन्ति। गुणा: भवन्ति
(ग)   मधुमक्षिका माधुर्यं जनयेत्‌। मधुमक्षिका जनयेत्‌
(घ)   पिशुनस्य मैत्री यश: नाशयति। मैत्री नाशयति
(ङ)   नद्य: समुद्रमासाद्य अपेया: भवन्ति। नद्य: भवन्ति

प्रश्न 6:

रेखाङ्कितानि पदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत-
(क) गुणा: गुणज्ञेषु गुणा: भवन्ति।
(ख) नद्य: सुस्वादुतोया: भवन्ति।
(ग) लुब्धस्य यश: नश्यति।
(घ) मधुमक्षिका माधुर्यमेव जनयति।
(ङ) महतां प्रकृति: सुस्थिरा भवति।

उत्तर 6:

(क) के गुणज्ञेषु गुणा: भवन्ति?
(ख) का: सुस्वादुतोया: भवन्ति?
(ग) कस्य यश: नश्यति?
(घ) का माधुर्यमेव जनयति?
(ङ) महतां का सुस्थिरा भवति?


Exercise : Solution of Questions on page Number : 05


प्रश्न 7:

उदाहरणानुसारं पदानि पृथक् कुरुत-

यथा-समुद्रमासाद्य समुद्रम्‌ + आसाद्य
माधुर्यमेव ……..+……..
अल्पमेव ……..+……..
सर्वमेव ……..+……..
समानमपि ……..+……..
महात्मनामुक्ति: ……..+……..

उत्तर 7:

यथा-समुद्रमासाद्य समुद्रम्‌ + आसाद्य
माधुर्यमेव माधुर्यम +एव
अल्पमेव अल्पम् +एव
सर्वमेव सर्वम् +एव
समानमपि समानम् +  अपि
महात्मनामुक्ति: महात्मनाम्  +उक्ति

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